October, 2025

सामान्य

अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, कुंभ राशि वालों को अक्टूबर का महीना मिले-जुले या औसत परिणाम दे सकता है। कुछ मामलों में महीना औसत से कमजोर भी रह सकता है। सूर्य का गोचर महीने के पहले हिस्से में आपके आठवें भाव में रहेगा जो अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी। वहीं, महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य का गोचर आपके भाग्य भाव में नीच राशि में रहेगा। यह भी अनुकूल स्थिति नहीं है। मंगल का गोचर 27 अक्टूबर तक आपके भाग्य भाव में रहेगा और यह अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रहेगा। वहीं, 27 अक्टूबर के बाद मंगल तीन-चार दिनों तक इस महीने में तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम दे सकता है। बुध ग्रह 3 अक्टूबर तक आपके आठवें भाव में रहेगा जो आपके पक्ष में परिणाम देना चाहेगा। वहीं, 3 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के बीच बुध ग्रह भाग्य भाव में रहेगा जो सकारात्मक परिणाम देने में असमर्थ रह सकता है जबकि 24 अक्टूबर के बाद बुध ग्रह आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा यानी कि बुध ग्रह से इस महीने मिले-जुले परिणामों की उम्मीद ही रखनी चाहिए।

बृहस्पति महीने के पहले हिस्से में अनुकूल और बाद में कमजोर या औसत परिणाम दे सकता है। ऐसे में, बृहस्पति से औसत या औसत से थोड़े बेहतर परिणामों की उम्मीद आप रख सकते हैं। शुक्र ग्रह 9 अक्टूबर तक आपके सप्तम भाव में रहेगा जो कि अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी। वहीं, 9 अक्टूबर के बाद शुक्र नीच अवस्था में आठवें भाव में रहेगा। अतः शुक्र से आप औसत परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं यानी कि शुक्र इस महीने आपको औसत या औसत से थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है। शनि ग्रह से इस महीने अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। इसी तरह राहु-केतु से भी इस महीने अनुकूलता मिलने की उम्मीद प्रतीत नहीं हो रही है। इस तरह हम पाते हैं कि इस महीने सभी ग्रह मिलकर आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। कभी-कभार कुछ परिणाम औसत से कुछ कमजोर भी रह सकते हैं।

कार्यक्षेत्र

आपके करियर भाव का स्वामी इस महीने 27 अक्टूबर तक आपके भाग्य भाव में रहेगा जो आपको औसत परिणाम दे सकता है। विशेषकर मंगल तब अनुकूल परिणाम दे पाएगा जब आप सावधानीपूर्वक करियर से जुड़े हुए कामों को संपन्न करेंगे क्योंकि भाग्य भाव में मंगल गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी स्थिति में नौकरीपेशा लोगों को नौकरी बदलने से बचना होगा और साथ ही, ऑफिस का माहौल सही न लगे तो आवेश में आकर जॉब छोड़ना भी उचित नहीं रहेगा। हो सकता है कि यह परेशानी इसी महीने तक रहे, आने वाले समय में यह परेशानी दूर हो जाए यानी कि मामला व्यापार-व्यवसाय से जुड़ा हो या फिर नौकरी से जुड़ा, दोनों ही मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करना जरूरी रहेगा। तभी जाकर परिणाम बेहतर मिल सकेंगे।

व्यापार-व्यवसाय के कारक ग्रह बुध भी इस महीने पूरी तरह से आपका सपोर्ट करने में असमर्थ रहेंगे। यही कारण है कि व्यापार-व्यवसाय को लेकर की जाने वाली यात्राएं अधिक फायदेमंद रहें, इस बात में संदेह रहेगा। साथ ही, नए सिरे से कोई व्यापार शुरू करना भी उचित नहीं रहेगा। इसके अलावा कोई जोखिम भरा निवेश भी इस अवधि में करना ठीक नहीं कहा जाएगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो, कार्यक्षेत्र के लिए अक्टूबर 2025 का महीना बहुत अनुकूल नहीं है। समझदारी पूर्वक निर्वाह करके आप औसत परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

आर्थिक

आर्थिक जीवन की बात करें तो, इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी बृहस्पति की स्थिति औसत से बेहतर रहने वाली है। महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति पंचम भाव में होकर आपके लाभ भाव को देखेंगे, जो आपको अच्छा लाभ करवाने का संकेत कर रहे हैं। महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति उच्च अवस्था में रहेंगे। यह भी सामान्य तौर पर अनुकूल स्थिति है। अतः इस महीने आपकी मेहनत के अनुरूप आपको कार्य-व्यापार में अच्छा लाभ मिलना चाहिए। वहीं, धन भाव के स्वामी भी बृहस्पति ही हैं और बृहस्पति इस महीने आपको औसत से बेहतर परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं अर्थात काफी हद तक अनुकूल परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं।

इस हिसाब से धन भाव के स्वामी की स्थिति ठीक रहेगी, लेकिन धन भाव पर वक्री अवस्था में बैठे शनि धन की बचत करने में कुछ व्यवधान डाल सकते हैं अथवा बचाए हुए धन को व्यर्थ में खर्च करवाने की कोशिश भी कर सकते हैं। ऐसे में, आपको इस महीने बचत को लेकर काफी जागरूक रहने की जरूरत रहेगी। कहने का तात्पर्य यह है कि लाभ और धन भाव के स्वामी होने के साथ-साथ धन के कारक होने के नाते बृहस्पति धन से संबंधित मामलों में काफी हद तक अनुकूलता देने का काम करेंगे। इसके फलस्वरूप, आप अच्छा या सम्मानजनक लाभ प्राप्त कर सकते हैं लेकिन बचत के मामले में आपको थोड़े अधिक प्रयत्न करने पड़ सकते हैं।

स्वास्थ्य

अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अक्टूबर का महीना आपको थोड़े कमजोर परिणाम दे सकता है इसलिए इस महीने स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से जागरूक रहने की आवश्यकता होगी। आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह शनि इस महीने दूसरे भाव में वक्री अवस्था में रहेंगे जो खान-पान में असंयम की स्थितियां निर्मित कर सकते हैं। इस महीने आपका खान-पान असंयमित रह सकता है जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर देखने को मिल सकता है। पहले भाव में राहु-केतु का प्रभाव भी इस बात का संकेत कर रहा है कि मस्तिष्क या फिर पेट आदि से संबंधित कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं अर्थात सिर दर्द, सिर चकराना, भूलने की समस्या या फिर अपच, गैस इत्यादि की शिकायत इस महीने देखने को मिल सकती है। हालांकि, महीने का पहला हिस्सा तुलनात्मक रूप से बृहस्पति की कृपा के चलते बेहतर परिणाम दे सकता है क्योंकि महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति आपके पंचम भाव में होकर आपके पहले भाव को देखेंगे और आपके स्वास्थ्य की रक्षा करना चाहेंगे।

महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति का प्रथम भाव से संपर्क हट जाएगा। हालांकि छठे भाव में जाकर गुरु उच्च अवस्था में रहेंगे जो कभी-कभार रोगों को बढ़ाने का काम भी कर सकते हैं और अचानक से रोगों को कम भी कर सकते हैं। लेकिन, अन्य ग्रहों की स्थिति को देखकर कह सकते हैं कि महीने का दूसरा हिस्सा स्वास्थ्य के लिए थोड़ा कमजोर रह सकता है। वहीं, आरोग्यता के कारक ग्रह सूर्य भी इस महीने आपको कोई विशेष सपोर्ट देते हुए प्रतीत नहीं हो रहे हैं क्योंकि महीने के पहले हिस्से में सूर्य आठवें भाव में रहेंगे और कमजोर अवस्था में रहेंगे। वहीं, महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य नीच के रहेंगे, यह भी सूर्य के लिए कमजोर स्थिति मानी जाएगी। इन सभी स्थितियों को देखते हुए हम इस पूरे महीने आपको स्वास्थ्य को लेकर जागरूक बने रहने का सुझाव देना चाहेंगे। तुलना करें तो महीने का पहला हिस्सा ज्यादा बेहतर या ज्यादा अच्छा कहा जाएगा।

प्रेम व वैवाहिक

प्रेम जीवन की बात करें तो, इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी बुध ग्रह की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। बुध ग्रह लगभग औसत स्थिति में रहेंगे या कभी-कभी कमजोर परिणाम भी दे सकते हैं। लेकिन, महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति का पंचम भाव में गोचर प्रेम संबंधों में अच्छी अनुकूलता देना चाहेगा, बशर्ते आपके प्रेम में पवित्रता के भाव बने रहें क्योंकि बृहस्पति शुद्ध, पवित्र और संस्कार से युक्त संबंधों को बेहतर करने में मददगार बनते हैं। ऐसे में, यदि आपका प्यार वास्तविक है, सच्चा है और पवित्रता से भरा हुआ है, तो महीने के पहले हिस्से में आपकी लव लाइफ सामान्य तौर पर अच्छी बनी रहेगी। महीने के दूसरे हिस्से में प्रेम संबंध के कारक ग्रह शुक्र नीच के रहेंगे। यह भी इस बात का संकेत कर रहे हैं कि सामाजिक मर्यादा का ख्याल रखने की स्थिति में प्रेम संबंधों में अनुकूलता रहेगी। वहीं, अमर्यादित होने की स्थिति में बदनामी का भय उत्पन्न होगा। नीच का सूर्य भी कुछ ऐसा ही संकेत कर रहा है कि अमर्यादित होने की स्थिति में आपकी छवि खराब हो सकती है। ऐसे में, आप प्रेम में पवित्रता बनाए रखते हुए अपनी लव लाइफ को इंजॉय कर सकते हैं।

विवाह से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीने का पहला हिस्सा बेहतर रहेगा। हालांकि, कोई विशेष अनुकूल स्थितियां ऐसी प्रतीत नहीं हो रही है जो विवाह से संबंधित बातों को आगे बढ़ाएं। लेकिन, तुलना करें तो महीने का पहला हिस्सा इस मामले के लिए ज्यादा अच्छा कहा जाएगा। वहीं, वैवाहिक जीवन के लिए यह महीना थोड़ा कमजोर प्रतीत हो रहा है। महीने के पहले हिस्से में आपके सप्तम भाव के स्वामी सूर्य आठवें भाव में रहेंगे। सप्तम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव बना रहेगा और ये दोनों ही स्थितियां ठीक नही हैं। वहीं, महीने के दूसरे हिस्से में भले ही सूर्य भाग्य भाव में रहेंगे, लेकिन नीच अवस्था में रहेंगे। यह भी अनुकूल स्थिति नहीं है। साथ ही, सप्तम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव तो बना ही रहेगा। अतः इस महीने आपको अपने दांपत्य जीवन का पूरा ख्याल रखने की आवश्यकता होगी। जीवनसाथी या जीवन संगिनी के स्वास्थ्य और उनकी भावनाओं का ख्याल रखना होगा, तभी जाकर आप अनुकूलता के ग्राफ को मेंटेन कर पाएंगे।

पारिवारिक

अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, पारिवारिक जीवन में अक्टूबर के महीने में आपको औसत परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। महीने के पहले हिस्से में आपके दूसरे भाव का स्वामी बृहस्पति पंचम भाव में रहेगा, जो पारिवारिक माहौल को मज़बूत बनाने का काम करेगा। हालांकि, दूसरे भाव में वक्री शनि की स्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि घर-परिवार में किसी बात को लेकर बेवजह की जिद का माहौल रह सकता है जिससे पारिवारिक माहौल कमजोर रह सकता है, लेकिन बृहस्पति की स्थिति संकेत कर रही है कि किसी ने किसी तरह से माहौल सही बना रहेगा। महीने के दूसरे हिस्से में आपके दूसरे भाव का स्वामी बृहस्पति छठे भाव में जाकर उच्च का हो जाएगा। ऐसे में, सावधानीपूर्वक निर्वाह करने और एक-दूसरे का सम्मान करने की स्थिति में पारिवारिक माहौल अनुकूल रहेगा, अन्यथा इधर-उधर की बातों में पड़ने या एक-दूसरे की निंदा करने की स्थिति में घर-परिवार का माहौल खराब भी रह सकता है। ऐसे माहौल से बचना समझदारी का काम होगा।

भाई-बंधुओं से संबंधित मामले में आपको औसत परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, तीसरे भाव के स्वामी मंगल भाग्य भाव में होकर आपके तीसरे भाव को देखेंगे जो नकारात्मकता नहीं आने देंगे। लेकिन, मंगल की दृष्टि को बहुत अच्छा नहीं माना जाता है। अत: किसी बात को लेकर थोड़ा ईगो वाला माहौल रह सकता है और थोड़ी बहुत बहस भी हो सकती हैं, लेकिन भाइयों के बीच का प्रेम बना रहेगा। गृहस्थ जीवन से संबंधित मामलों में इस महीने थोड़े से कमजोर या फिर बहुत अच्छा बर्ताव करने की स्थिति में औसत परिणाम मिल सकते हैं क्योंकि आपके चौथे भाव का स्वामी शुक्र महीने के पहले हिस्से में विशेषकर 9 अक्टूबर तक राहु-केतु के प्रभाव में सप्तम भाव में रहेगा जो एक कमजोर स्थिति है। इसके बाद, शुक्र आपके आठवें भाव में नीच अवस्था में रहेगा। यह भी एक कमजोर स्थिति होगी। इस अवधि में शुक्र ग्रह शनि के द्वारा देखे जाएंगे, जो गृहस्थ जीवन में कुछ विसंगतियां लाने का काम कर सकते हैं। इस तरह से हम कह सकते हैं कि गृहस्थ जीवन में इस महीने अपेक्षाकृत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। कहने का तात्पर्य है कि पारिवारिक मामले और भाई-बंधुओं से संबंधित मामले के लिए महीना औसत रह सकता है जबकि गृहस्थ जीवन के लिए महीना औसत से कुछ कमजोर रहेगा।

उपाय

अक्टूबर में प्रत्येक शनिवार के दिन बहते हुए जल में जटा वाले चार सूखे हुए नारियल बहाएं।
भगवान शिव या गणेश जी के किसी मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
इस महीने मुफ्त में कोई भी वस्तु स्वीकार न करें, चाहे वह गिफ्ट यानी कि उपहार ही क्यों न हो।