December, 2023

सामान्य

मकर पृथ्वी तत्व की राशि है। राशि के स्वामी शनि हैं। मकर राशि लोग अनुशासित होते हैं। ये जातक जिस भी काम को शुरू करते हैं उसे समय पर पूरा करके ही छोड़ते हैं। ये काफी रचनात्मक होते हैं और यात्रा करना इन्हें बेहद पसंद होता है। साथ ही विदेशों में अच्छे से प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं।
दिसंबर मासिक राशिफल 2023 के अनुसार, मकर राशि के जातकों को इस महीने मिले जुले परिणाम मिलेंगे, क्योंकि बृहस्पति चौथे भाव में मौजूद है, वहीं शनि पहले और दूसरे भाव के स्वामी के रूप में दूसरे भाव विराजमान हैं। शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी के रूप में इस महीने के दौरान दसवें भाव और ग्यारहवें भाव में विराजमान हैं। मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में दिसंबर 2023 के अंत के दौरान बारहवें भाव में विराजमान है।

शनि की प्रतिकूल स्थिति के कारण धन प्रवाह में कमी हो सकती है। बृहस्पति इस महीने तीसरे भाव के स्वामी के रूप में चौथे भाव में मौजूद है, जिसके कारण बचत की गुंजाइश कम रहेगी और बेवजह के घरेलू खर्चे बढ़ सकते हैं। इसके साथ ही किसी यात्रा के दौरान धन हानि होने की भी संभावना हो सकती है। घर में रखी हुई कोई चीजें गुम या चोरी हो सकती है। ऐसे में आपको सावधान रहने की जरूरत है।

दिसंबर 2023 आपके व्यक्ति जीवन, पेशेवर जीवन, पारिवारिक जीवन, आर्थिक जीवन, प्रेम, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के लिए कैसा रहने वाला है, जानने के लिए विस्तार से पढ़ें दिसंबर मासिक राशिफल 2023।

कार्यक्षेत्र

करियर की दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस माह आपको मिले जुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। शनि दूसरे भाव में और केतु नौवें भाव में विराजमान रहेगा। शनि की दूसरे भाव में स्थिति साढ़ेसाती के अंतिम ढाई वर्षों को दर्शाती है। तीसरे भाव के ग्रह के रूप में बृहस्पति की चौथे भाव में मौजूदगी के परिणामस्वरूप करियर के संबंध में विदेश में नए अवसर मिलने की संभावना है।

वहीं राहु तीसरे और केतु नौवें भाव में रहेंगे, जिसके कारण करियर में बेहतर परिणाम मिलेंगे। महीने के अंत में विदेश यात्रा के बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं। जो लोग खुद का व्यवसाय चला रहे हैं उन्हें नई योजनाएं और नई तकनीकों के साथ व्यवसाय को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

आर्थिक

दिसंबर 2023 का मासिक राशिफल के अनुसार आर्थिक जीवन में इस माह आपको मिले जुले परिणाम मिलने की संभावना है। दूसरे भाव के स्वामी के रूप में शनि दूसरे भाव में विराजमान है, जिसके कारण आसानी से धन लाभ नहीं हो सकता है। ऐसे में बचत कर पाना भी मुश्किल हो सकता है।

वहीं चौथे भाव में बृहस्पति अचानक घर-परिवार से संबंधित खर्चे बढ़ा सकते हैं। ऐसे में हो सकता है कि आप इन खर्चों का प्रबंधन करने में सक्षम न हो पाएं। इस माह आप मनमुताबिक लाभ कमाने में असमर्थ हो सकते हैं। साथ ही पैसों के खोने की भी संभावना है, इसलिए इस माह ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

जो लोग व्यवसाय के क्षेत्र में हैं उन्हें व्यापार में अपने प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है, जिसके कारण अधिक लाभ अर्जित कर पाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि दिसंबर के अंत में नौवें भाव का स्वामी बुध अनुकूल स्थिति में रहेगा और इसके कारण विदेशी स्रोतों की मदद से अच्छा लाभ अर्जित करेंगे।

स्वास्थ्य

सेहत की बात की जाए तो इस महीने आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि शनि आपके चंद्र राशि से दूसरे भाव में मौजूद है, लेकिन दांतों में दर्द की समस्या हो सकती है।

इस महीने चौथे भाव में बृहस्पति बैठे हैं, जिसके कारण परिवार के स्वास्थ्य के लिए अचानक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। जिस वजह से आपको तनाव हो सकता है। वहीं छठे व नौवें भाव के स्वामी के रूप में बुध अनुकूल स्थिति में नहीं है, जिसके प्रभावस्वरूप पैरों और जांघों में दर्द उठ सकता है। हालांकि राहु तीसरे भाव में और केतु नवम भाव में गोचर करेगा जिसके कारण आपके स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दे सकता है।

प्रेम व वैवाहिक

प्रेम और वैवाहिक जीवन की दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस महीने पार्टनर के साथ विवाद होने की संभावना है। ऐसे में एक-दूसरे से अलग होने की भी स्थिति बन सकती है। इसके अलावा आपसी समझ और तालमेल में कमी के कारण अन्य लोगों के साथ भी वाद- विवाद या बहस हो सकती है।

इस माह मंगल की प्रतिकूल स्थिति है, जो प्रेम और वैवाहिक जीवन समस्याएं पैदा कर सकती है। इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि पार्टनर के साथ अधिक समय व्यतीत करें और आपसी तालमेल बढ़ाने का प्रयास करें।

पारिवारिक

पारिवारिक जीवन की दृष्टि से देखा जाए तो इस माह आपको उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इस महीने अधिकांश ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल है। बृहस्पति आपकी कुंडली के चौथे भाव में और शनि दूसरे भाव में हैं। तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी के रूप में चौथे भाव में स्थित बृहस्पति के कारण पारिवारिक जीवन में समस्याएं पैदा हो सकती है। इसके साथ ही प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद भी हो सकते हैं। जिससे अशांति का वातावरण पैदा हो सकता है और सदस्यों के बीच आपसी सामंजस्य की कमी हो सकती है। ऐसे में बेहतर परिणाम पाने के लिए परिवार में तालमेल पैदा करें।

इस महीने चौथे भाव के स्वामी के रूप में ग्यारहवें भाव में स्थित मंगल संबंधों में तनाव पैदा कर सकते हैं, लेकिन कोई बड़ी समस्या संभव नहीं हो सकती है।

उपाय

प्रतिदिन 108 बार "ओम मांड्या नमः" का जाप करें।
प्रतिदिन 21 बार “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।