नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, नवंबर 2025 का महीना सामान्य तौर पर आपके लिए मिले-जुले परिणाम दे सकता है। कभी-कभी परिणाम औसत से कमज़ोर भी रह सकते हैं। सूर्य का गोचर 16 नवंबर तक आपके तीसरे भाव में रहेगा। वैसे तो तीसरे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा माना जाता है लेकिन नीच का होने के कारण सूर्य औसत परिणाम ही दे सकेंगे। 16 नवंबर के बाद सूर्य आपके चतुर्थ भाव यानी वृश्चिक राशि में होंगे। यह एक कमज़ोर स्थिति है यानी कि इस महीने सूर्य से किसी बहुत बड़ी सकारात्मकता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। मंगल का गोचर पूरे महीने आपके चतुर्थ भाव में अपनी ही राशि में रहेगा। अतः मंगल आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। हालांकि, यहां पर मंगल को अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं कहा गया लेकिन अपनी राशि में होने के कारण आप मंगल से औसत या मिले-जुले परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। बुध ग्रह का गोचर 23 नवंबर तक आपके चौथे भाव में रहेगा जो अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रहेगा। बाद में बुध ग्रह तीसरे भाव में जाकर अच्छे परिणाम दे सकेंगे। बृहस्पति का गोचर इस महीने आपके द्वादश भाव में रहेगा और विशेष बात यह है कि बृहस्पति अपने ही नक्षत्र में रहेगा, उसमें से 11 नवंबर के बाद बृहस्पति ग्रह वक्री हो जाएंगे। अर्थात इस महीने बृहस्पति से भी अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
शुक्र ग्रह का गोचर सामान्य तौर पर इस महीने आपको अनुकूल परिणाम देता रहेगा। तो वहीं शनि ग्रह से अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखी जानी चाहिए। राहु केतु भी अनुकूलता देने में असमर्थ रहेंगे। तो इस तरह से हम कह सकते हैं कि इस महीने के ग्रह गोचर आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। वही सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में परिणाम थोड़े से बेहतर तो लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। तुलना करें तो महीने का पहला हिस्सा अपेक्षाकृत ज्यादा अच्छा कहा जाएगा।
आपके करियर स्थान का स्वामी इस महीने शुक्र ग्रह सामान्य तौर पर अनुकूल स्थिति में रहने वाला है। अतः आपके कार्यक्षेत्र में कोई बड़ी नकारात्मकता देखने को नहीं मिलेगी। 2 नवंबर से 26 नवंबर के बीच शुक्र ग्रह अपनी राशि में तीसरे भाव में रहेंगे जो व्यापार व्यवसाय से संबंधित की गई यात्राओं में अनुकूलता देने का काम करेंगे। वहीं नौकरी में बदलाव की कोशिश भी कामयाब रहेगी। हालांकि, व्यापार के कारक ग्रह बुध की स्थिति को देखें तो वह 23 नवंबर तक अनुकूल स्थिति में रहने वाला है। इस कारण से हम व्यापार के मामले में इस महीने को काफी हद तक अनुकूल कह सकते हैं जबकि नौकरी के मामले में महीना औसत परिणाम ही दे सकेगा। इसलिए नौकरी में बदलाव इत्यादि को लेकर जल्दबाज़ी से बचने की ज़रूरत रहने वाली है।
वहीं व्यापार व्यवसाय में नए सिरे से भले ही कुछ न करें लेकिन पुराने कामों को नए अंदाज़ से करने का जोखिम आप उठा सकते हैं। कहने का तात्पर्य है कि व्यापार व्यवसाय के लिए महीना तुलनात्मक रूप से बेहतर रह सकता है और इस तरह से आप इस महीने अपने कार्यक्षेत्र में संतोषप्रद परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
आर्थिक मामले की बात करें तो इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी बुध ग्रह सामान्य तौर पर औसत स्तर के परिणाम दे सकते हैं। ऐसे में लाभ का प्रतिशत भी औसत स्तर का रह सकता है। आप जो काम करेंगे या जिस स्तर की मेहनत करेंगे, आपको उस स्तर का लाभ मिलता रहेगा। भाग्य भाव का स्वामी लाभ भाव के स्वामी के साथ होकर लाभ भाव को देख भी रहा है, यह स्थिति 23 नवंबर तक बनी रहेगी। जो आपको संतोषप्रद लाभ करवाती रहेगी। आपके मामले में धान भाव का स्वामी भी बुध ग्रह ही है जो कि आपको औसत स्तर के परिणाम देने का संकेत कर रहा है।
अतः आप जिस स्तर की कमाई कर सकेंगे, उस स्तर की बचत भी कर सकेंगे। अर्थात बचत करने में भी कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी लेकिन बचत के मामले में आपको कुछ हद तक कंजूस बनने की ज़रूरत रह सकती है अन्यथा शनि ग्रह की सप्तम दृष्टि न केवल बचत में अड़चनें दे सकती है बल्कि बचाए हुए पैसे भी खर्च करवा सकती है। जबकि कंजूसी दिखाने की स्थिति में शनि ग्रह आपके पक्ष में आ सकते हैं और आप कमाई का एक बड़ा हिस्सा बचा सकते हैं। साथ ही साथ पहले से बचाए हुए पैसे को सुरक्षित भी रख सकेंगे। धन का कारक बृहस्पति इस महीने उच्च का है लेकिन आर्थिक मामले में सीधे तौर पर कोई सहयोग नहीं कर रहा है। जन्म स्थान से दूर रहकर कमाई करने वाले लोगों की कुछ मदद शायद बृहस्पति देव कर देंगे। तो इस तरह से हम कह सकते हैं कि महीना आर्थिक मामले में सामान्य तौर पर औसत परिणाम आपको दे सकता है।
नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से नवंबर का महीना आपको मिला-जुला रह सकता है या कभी-कभार परिणाम थोड़े से कमज़ोर भी रह सकते हैं। महीने के पहले हिस्से में विशेषकर 16 नवंबर तक आपके लग्न या राशि के स्वामी सूर्य नीच अवस्था में रहेंगे जो स्वास्थ्य के लिए अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी। आपके पहले भाव पर राहु केतु का प्रभाव लगातार बना हुआ है यह भी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अच्छी स्थिति नहीं है। ऐसे में मौसम जनित बीमारियां आप पर प्रभाव डाल सकती हैं। इसके अलावा कोई गंभीर बीमारी न होते हुए भी आप स्वयं को थका हुआ सुस्त या कमज़ोरी महसूस कर सकते हैं। हालांकि, 16 नवंबर के बाद सूर्य ग्रह की नीच स्थिति हट जाएगी लेकिन फिर भी चतुर्थ भाव में होने के कारण सूर्य कोई विशेष अनुकूल परिणाम नहीं दे सकेंगे।
सूर्य ग्रह आरोग्यता के कारक होने के साथ-साथ आपकी लग्न या राशि के स्वामी भी हैं। इस कारण से सूर्य का गहरा प्रभाव आप पर देखने को मिल सकता है और ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपको सूर्य ग्रह की पूजा आराधना करने की आवश्यकता तो रहेगी ही साथ ही साथ अनुशासित दिनचर्या अपने के लिए आवश्यकता रहने वाली है। मंगल का चतुर्थ भाव में गोचर भी अच्छा नहीं माना गया है। यह वाहन इत्यादि से चोट खरोंच लगने का भय देता है। हालांकि, मंगल अपनी राशि में हैं तथा कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा फिर भी वाहन इत्यादि सावधानी से चलाने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। कहने का तात्पर्य यह है कि स्वास्थ्य के मामले में महीना मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमज़ोर भी रह सकते हैं। इन सभी बातों का ख्याल रखते हुए इस महीने सावधानीपूर्वक निर्वाह करना ज़रूरी रहेगा।
नवंबर के महीने के लिए यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाए तो इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति उच्च अवस्था में द्वादश भाव में रहेंगे। बृहस्पति का यह गोचर लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहने वाले लोगों के लिए काफी अच्छे परिणाम दे सकता है। उनके रिश्ते बहुत अच्छे रह सकते हैं। कोशिश करने पर इस महीने मिलना भी संभव हो सकेगा लेकिन आसपास में रहने वाले और रोज़ मिलने की फिराक में रहने वाले लोगों के लिए शायद यह महीना कुछ कमज़ोर परिणाम दे। विशेषकर महीने के पहले हिस्से में मर्यादा का पूरा ख्याल रखना बहुत ज़रूरी रहेगा अन्यथा बदनामी का भय देखने को मिल सकता है।
वहीं विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीना किसी तरह का कोई विशेष सहयोग करता हुआ प्रतीत नहीं हो रहा है जबकि वैवाहिक जीवन या दांपत्य सुख के लिए महीना थोड़ा सा कमज़ोर रह सकता है। आपके सप्तम भाव का स्वामी शनि इस महीने के अधिकांश समय अर्थात 28 नवंबर तक वक्री रहेगा। साथ ही साथ आठवें भाव में रहेगा। सप्तम भाव पर राहु केतु का प्रभाव है। हालांकि, शुक्र ग्रह इस महीने सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देना चाहेगा लेकिन अन्य ग्रहों की स्थितियां अधिक अनुकूल नहीं हैं। इन सभी कारणों से दांपत्य सुख में कुछ बाधाएं देखने को मिल सकती हैं। इसलिए दांपत्य जीवन में किसी भी प्रकार का जोखिम लेना ठीक नहीं रहेगा। यदि किसी भी तरह का कोई छोटा-मोटा विवाद उत्पन्न होता है, तो उसे जल्द निपटा लेना ही समझदारी का काम होगा।
नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, शनि ग्रह की दृष्टि आपके दूसरे भाव में लंबे समय से बनी हुई है और अभी लंबे समय तक रहने वाली है। इस कारण से पारिवारिक मामलों में सब कुछ शांत रहे, इस बात की उम्मीद कम ही है लेकिन इस महीने विशेष की बात की जाए तो यह महीना पारिवारिक मामलों में काफी हद तक अनुकूल परिणाम देना चाहेगा अर्थात तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम इस महीने आपको पारिवारिक मामले में मिल सकते हैं। आपके दूसरे भाव का स्वामी ग्रह बुध 23 नवंबर तक चतुर्थ भाव में रहेगा। हालांकि, बुध मंगल के साथ है, यह एक कमज़ोर स्थिति है जो पारिवारिक नोक-झोंक को बढ़ावा दे सकते हैं लेकिन बृहस्पति ग्रह की पंचम दृष्टि इस बात का संकेत कर रही है कि समझदारी पूर्वक निर्वाह करने वाले लोग पारिवारिक सुख का आनंद ले सकेंगे। भाई बंधुओं के साथ संबंधों की बात की जाए तो इस मामले में भी महीना मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। तीसरे भाव के स्वामी की स्थिति महीने के ज्यादातर समय अच्छी रहने वाली है, साथ ही साथ लाभ भाव के स्वामी बुध ग्रह की स्थिति भी महीने के ज्यादातर समय प्लेसमेंट के दृष्टिकोण से अच्छी रहने वाली है लेकिन तीसरे भाव में नीच के सूर्य का गोचर जो कि 16 नवंबर तक रहेगा, जो एक कमज़ोर बिंदु है।
वहीं भाई बंधुओं के कारक ग्रह मंगल और बृहस्पति भी इस महीने औसत स्तर पर हैं। अतः भाई बंधुओं के साथ संबंध भी औसत स्तर के रह सकते हैं। वहीं गृहस्थ मामलों की बात की जाए तो इस मामले में भी महीना औसत स्तर के परिणाम दे सकता है। भले ही चतुर्थ भाव का स्वामी अपनी राशि में है लेकिन चतुर्थ भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता इसलिए गृहस्थ जीवन में छोटी-मोटी विसंगतियां देखने को मिल सकती हैं लेकिन कोई बड़ी विसंगति नहीं आएगी। यदि परेशानियां आएंगी भी तो आप उन्हें ठीक भी कर सकेंगे। कहने का तात्पर्य है कि गृहस्थ जीवन में सब कुछ सही भले न रहे लेकिन कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी।
चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने साथ रखें।
नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
ज़रूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन करवाएं।