July, 2024

सामान्य

कन्या राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना फलदायक रहने वाला है। इस महीने शनि छठे भाव में और मंगल अष्टम भाव में रहेंगे और राहु सप्तम भाव में रहेंगे। जिससे आपको स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि स्वास्थ्य आप की सबसे बड़ी समस्या बन सकता है। आपकी राशि में केतु का उपस्थित होना भी अचानक से कोई समस्या उत्पन्न कर सकता है। जहां तक आपके कार्यक्षेत्र की बात है तो उसमें स्थितियां कमोबेश अनुकूल ही रहेंगी और आपको अपनी कर्मशील ताके और अपनी परिश्रम के अनुसार अपने काम में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। नौकरी करने वाले जातकों को कुछ विशेष मेहनत से कुछ विशेष लाभ मिलने के योग भी बन सकते हैं, जबकि व्यापार करने वाले जातकों को उल्टी-सीधी योजनाओं में दिमाग लगाने की बजाय सीधे रास्ते पर चलकर अपने व्यापार में उन्नति कैसे हो इस पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। विद्यार्थियों के लिए कठिन मेहनत से भरा समय रहने वाला है। फिर भी आपको अच्छी सफलता मिल सकती है। प्रेम संबंधों में आपसी संवाद बढ़ेंगे। एक दूसरे के प्रति समझदारी का भाव बढ़ेगा जिससे रिश्ते में परिपक्वता बढ़ेगी। लेकिन कुछ बातों को लंबा खींचना रिश्ते के लिए नीरसता का कारण बन सकता है। विवाहित जातकों को अपने वैवाहिक जीवन में खुशियां महसूस होगी, लेकिन ससुराल पक्ष के लोगों का हस्तक्षेप आपके रिश्ते में कुछ परेशानियां खड़ी कर सकता है। आपको सरकारी क्षेत्र से लाभ मिलने के योग बन सकते हैं। धर्म-कर्म में आपकी बहुत रुचि बढ़ेगी। जिससे आप इन कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और आपको मान सम्मान की प्राप्ति होगी पढ़ाई के लिए विदेश जाने की इच्छा रखते हैं तो कठिन प्रयास के बाद सफलता मिल सकती है।

कार्यक्षेत्र

करियर के दृष्टिकोण से यह महीना ठीक-ठाक रहने की प्रबल संभावना है। आपके दशम भाव में शुक्र और सूर्य महीने की शुरूआत से ही विराजमान रहेंगे। जिससे सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे जातकों को विशेष अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। यदि आप किसी निजी क्षेत्र में नौकरी करते हैं तो भी यह समय आपको अच्छी मेहनत करने से लाभ दे सकता है। आप अपने काम को लेकर सजग तो रहेंगे लेकिन मेहनत भी ऐसे करनी है कि ना केवल आप मेहनत करें बल्कि वह मेहनत सबको दिखाई दे। इससे लोगों का रुझान और लोगों का ध्यान आपकी और बढ़ेगा। आप के वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में यह आएगा और इससे आपको अच्छा लाभ मिल सकता है और नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे, लेकिन उसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता पड़ेगी। एकादश भाव में बुध महाराज आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अनुकूल संबंध बनाए रखने में मदद करेंगे और आपकी भाषण और संवाद क्षमता को पढ़ाएंगे। दशम भाव के स्वामी होकर बुध महाराज का एकादश भाव में जाना आपके लिए अनुकूलता लेकर आएगा। शुक्र और सूर्य महीने के उत्तरार्ध में एकादश भाव में आएंगे तो दशमेश द्वादश भाव में चले जाएंगे। इससे काम के सिलसिले में कुछ भागदौड़ बढ़ेगी। आपकी व्यस्तता अधिक होगी लेकिन आप का प्रदर्शन काबिले तारीफ होगा। छठे भाव के स्वामी शनि महाराज वक्री होकर छठे भाव में विराजमान। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो सप्तम भाव में राहु की उपस्थिति आपके लिए अच्छे और बुरे दोनों तरीके के परिणाम लेकर आ सकती है। सर्वप्रथम आपको किसी भ्रम में रहकर या जल्दबाजी में या बिना सोचे समझे कोई भी योजना बनाने से बचना होगा। कोई भी निर्णय लेने से बचना होगा। नहीं तो यह आपके व्यापार के लिए सबसे खराब स्थिति हो सकती है। इसके विपरीत सप्तम भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति पूरे महीने नवम भाव में विराजमान रहेंगे। किसी उद्देश्यपूर्ण कार्य के लिए और व्यापार के सिलसिले में यात्राएं करने का मौका मिलेगा यह लंबी यात्राएं आपके व्यापार में भी उन्नति का कारण बनेगी। अनुभवी व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा और यदि आप उनकी सलाह के अनुसार काम करेंगे तो आपको सफलता मिलेगी।

आर्थिक

यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना आप को आर्थिक तौर पर अधिक लाभ दिला सकता है। महीने की शुरुआत में ही बुध महाराज एकादश भाव में विराजमान रहकर आपकी आर्थिक स्थिति को आगे बढ़ाने में मददगार बनेंगे। वही 7 जुलाई से शुक्र और 16 जुलाई से सूर्य के भी एकादश भाव में आ जाने से आपकी आमदनी में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जाएगी। आपकी दैनिक आमदनी भी बढ़ेगी। बुध महाराज 19 जुलाई से आपके द्वादश भाव में चले जाएंगे। तब आपके खर्चों में कुछ बढ़ोतरी होगी लेकिन उससे पहले अष्टम भाव में बैठे मंगल महाराज आपको गुप्त धन और अप्रत्याशित धन दिलवा सकते हैं जो पूरे महीने आपके लिए लाभदायक रहेगा 31 जुलाई यानी कि महीने के अंतिम दिन शुक्र भी सिंह राशि में चले जाएंगे। तब आपके खर्चों में कुछ बढ़ोतरी होगी। उधर शनि महाराज भी छठे भाव में बैठकर एकादश भाव पर दृष्टि डालेंगे। जिससे खर्चों को कुछ हद तक नियंत्रण में रखने में आपको आसानी होगी। आपके व्यापार में अच्छे उन्नति होगी। लंबी यात्राओं पर धन तो खर्च होगा। व्यवसाय के लिए धन जुटाने का काम भी करेंगी महीने का पूर्वार्ध आर्थिक लाभ के लिए ज्यादा अनुकूल दिखाई दे रहा है इस समय का भरपूर सदुपयोग करें ताकि आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके।

स्वास्थ्य

यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला महीना है क्योंकि बाकी क्षेत्रों को छोड़ दे तो स्वास्थ्य ही आपका एक ऐसा क्षेत्र है जहां आपको इस महीने सबसे ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। आपकी राशि स्वामी बुध महाराज तो महीने की शुरुआत में एकादश भाव में रहेंगे तो आपका स्वास्थ्य को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे। ऊपर से देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि भी आपकी राशि पर होने से स्वास्थ्य लाभ होगा।
लेकिन आपकी राशि में केतु महाराज और सप्तम भाव में राहु महाराज पूरे महीने विराजमान रहेंगे, इससे आप अपने प्रति लापरवाह हो सकते हैं। आपके अंदर मानसिक तनाव और एकांकी पन की समस्या हो सकती है। इससे आपको बाहर निकलना होगा, क्योंकि इसका असर मानसिक के साथ-साथ स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है।
शनि महाराज वक्री अवस्था में छठे भाव में, सप्तम भाव में राहु महाराज और अष्टम भाव में मंगल महाराज आपको स्वास्थ्य समस्याएं दे सकते हैं। महीने का पूर्वार्ध ज्यादा कमजोर है, इस दौरान किसी तरह की चोट या दुर्घटना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। साथ ही, किसी बड़ी बीमारी के लिए आपको सचेत रहना चाहिए।

महीने के पूर्वार्ध के बाद, जब मंगल यहां से निकल जाएंगे, तब इन परिस्थितियों में कुछ हद तक सुधार हो सकता है। लेकिन आपकी राशि स्वामी भी आपकी राशि से द्वादश भाव में 19 जुलाई को आ जाएंगे, तो फिर से स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक होगा। आपको नेत्रों में पीड़ा, नेत्रों से जल बहना, नींद जरुर से ज्यादा आना, आलस्य बढ़ना और कुछ अचानक से होने वाली समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए समय रहते इनका निराकरण करने का प्रयास करें ताकि आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकें।

प्रेम व वैवाहिक

यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो आपके लिए यह महीना मिश्रित परिणाम देने वाला रहेगा। आप अपनी बात अपने प्रियतम से खुलकर कह पाएंगे। आपकी संवाद शैली विकसित होगी। आप बातों को अच्छी तरह से सोच-विचार कर उनके सामने रखेंगे जो उनके दिल को छू जाएंगी और आपका प्रेम बढ़ेगा। पंचम भाव के स्वामी शनि महाराज के वक्री होकर छठे भाव में विराजमान होने से कुछ ना कुछ समस्याएं भी लगी रह सकती हैं। लेकिन नवम भाव में बैठे देव गुरु बृहस्पति अपनी पूर्ण नवम दृष्टि से आपके पंचम भाव को संभालेंगे, जिससे आपके प्रेम की रक्षा होगी। आपका प्रेम यदि निश्चल है तो देव गुरु बृहस्पति की कृपा से वह और बढ़ेगा और आप अपने प्रियतम को अपने दिल का सारा हाल समझा पाएंगे और उनके दिल में भी जगह बना पाएंगे। इस प्रकार आप एक अच्छे प्रेम संबंध का लाभ उठा पाएंगे और अपने प्रियतम के साथ अपने भविष्य के अच्छे सपने सजा सकते हैं। शुक्र महाराज के 7 जुलाई से एकादश भाव में जाकर पंचम भाव पर दृष्टि डालने से आपके रिश्ते में रोमांस भी बढ़ेगा। रूमानियत बढ़ने से आप दोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएंगे। सूर्य महाराज 16 जुलाई से आपके पंचम भाव को देखेंगे। तब आप दोनों के बीच अहम का टकराव होने की स्थिति बन सकती है। जहां तक संभव हो इससे बचने की कोशिश करें। विवाहित जातकों की बात करें तो सप्तम भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति नवम भाव में पूरे महीने विराजमान रहेंगे। जिससे आप अपने जीवन साथी के साथ किसी तीर्थ यात्रा पर और लंबी यात्रा पर जा सकते हैं।
यह समय आपके रिश्ते के लिए सुखद हो सकता है। जब आप एक दूसरे को और एक दूसरे की अच्छी बातों को और ध्यान से समझ पाएंगे। सप्तम भाव में राहु महाराज भी विराजमान हैं, जो आपके जीवन साथी को निरंकुश भी बना सकते हैं। लेकिन देव गुरु बृहस्पति की राशि में होने से समस्याएं कम होंगी। सप्तम भाव की एक और शनि तो दूसरी और मंगल ग्रह होने के कारण जीवन साथी का व्यवहार महीने की शुरुआत में कुछ परेशानी हो सकता है। लेकिन महीने के उत्तरार्ध में उनका स्वास्थ्य और उनका व्यवहार दोनों ही सुधारने लगेंगे और तब आपको भी राहत मिलेगी और आपका वैवाहिक जीवन सुचारु रुप से व्यतीत होने लगेगा।

पारिवारिक

यह महीना पारिवारिक तौर पर आपके लिए अनुकूल परिणाम लेकर आने वाला है। दूसरे भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में सूर्य देव के साथ दशम भाव में विराजमान रहेंगे। जिससे पैतृक व्यवसाय में वृद्धि होगी परिवार के लोगों का आपके व्यवसाय में मार्गदर्शन मिलेगा और उनका साथ आपको मिलेगा। जिससे आपको अनेक लाभ के योग बनेंगे। आपके व्यापार में भी उन्नति होगी। बृहस्पति महाराज की दृष्टि आपकी राशि पर होने से आप अच्छे निर्णय लेकर और धार्मिक कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। जिससे परिवार को भी सम्मान मिलेगा। 7 जुलाई से शुक्रवार आज एकादश भाव में विराजमान हो जाएंगे। जिससे परिवार की सहायता से आपकी आर्थिक उन्नति के योग प्रशस्त होंगे। अष्टम भाव में मंगल महाराज महीने की शुरुआत में रहेंगे जो अचानक से कुछ ऐसी घटनाओं को जन्म दे सकते हैं जो परिवार में अशांति का कारण बने। लेकिन 12 जुलाई से मंगल महाराज भी नवम भाव में प्रवेश कर जाएंगे तब इन परिस्थितियों में सुधार आ जाएगा।
चौथे भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति महाराज नवम भाव में बैठे हैं जैसे आप परिवार के साथ तीर्थाटन कर सकते हैं। इस महीने पारिवारिक संपत्ति में बढ़ोतरी होने के योग भी बन सकते हैं। भाई बहनों से आपको शुरुआत में निराशा होगी और उसे कहासुनी भी हो सकती है, लेकिन महीने के उत्तरार्ध में संबंध सुधरेंगे और एक दूसरे पर प्रेम बढ़ेगा। इस प्रकार पारिवारिक जीवन में खुशियां आएंगी।

उपाय

आपको बुधवार के दिन श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
शनिवार के दिन काले तिल का दान करना भी लाभदायक रहेगा।
प्रतिदिन श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें और गणेश जी को दुर्वांकुर अर्पित करें।
आपको मंगलवार के दिन रक्तदान करना चाहिए।